हम लोग हमेशा ही Sensex के बारे में सुनते रहते है, कैसे sensex ऊपर या नीचे गया। तो हम जानेगे सेंसेक्स क्या है, Sensex देखना क्यों ज़रूरी है, कैसे calculate होता है और Investors और देश की economy को ऊपर जाते sensex से क्या फ़ायदा है?
Sensex क्या है?
Sensex का full form है Sensitive index। जैसा की आप समझ गए ये दो शब्दों से मिल कर बना है। Sensitive और Index।
Sensitive से आता है SENS और index से आता है EX। Sensex, BSE (Bombay stock exchange) का Bench mark index है मतलब की ये Bombay stock exchange में होने वाले उतार चढ़ाओ को दिखाता है।
SENSEX BSE में listed टॉप 30 कंपनियों की performance को दिखाता है, BSE के market में आने वाले बदलाव के अंदाज़ा Sensex देख कर लगाया जाता है।
Sensex जानने के लिए BSE में सभी कम्पनीज पर नज़र रखनी लगबग नामुमकिन है, इसलिए 30 टॉप अलग अलग field की कंपनियों को देखा जाता है।
ये companies अपने field में सबसे बड़ी होती है, इनके share को blue chip stocks कहाँ जाता है जो की अभी India की GDP का कुल 37 %है ।
शुरुआत से लेकर अभी तक सेंसेक्स की वैल्यू
- Sensex सबसे पहले 1986 में शुरू हुआ था
- तब Sensex की बेस value 100 थी।
- आज 18 मार्च 2019 में sensex की value 38,095 है।
नीचे sensex की शुरुआत यानी 3 January 1986 से 18 march 2019 तक की वैल्यू दिखाई गई है।
शुरुआत से 2019 तक Sensex की value
Sensex की शुरूआती value 100 क्यों ली गई?
शुरुआत में सारे शेयर की वैल्यू को 100 मान लिए गया था, इस से calculation में आसानी हुई। बाद में share की value में आए बदलावों के हिसाब से sensex को percentage में दिखने लगे।
जैसे sensex के शुरू के दिन sensex 100 माना गया, अगले दिन अगर 10% की बढ़ोतरी हुई, तो Sensex को 110 मान लिए गया।
इस से समझ आया की companies की market capitalization में 10% की growth हुई है।
BSE (Bombay stock exchange) क्या है?
BSE India का पहला और सबसे बड़ा stock exchange है, जिसकी शुरुआत 1875 में हुई थी।
BSE में अभी लगभग 6000 companies listed है, जो की BSE को दुनिया के सबसे बड़े exchange में से एक बनाती है।
BSE ने 1995 में Electronic trading system को अपनाया था, जिस से trading का काम जल्दी और कम गलतियों के होने लगा।
6000 companies की जगह 30 टॉप कम्पनिया ही sensex में ली जाती है।
Sensex निकालने का तरीका क्या है?
Sensex निकालने के लिए Free-Float marketing capitalization method का इस्तेमाल होता है। इन्ही 30 companies की Free float capitalization को देखते हुए, पुरे Sensex को त्यार किया जाता है।
Free-Float marketing capitalization method क्या है?
Free float का मतलब है, वो शेयर जो खरीदने या बेचने के लिए market में available है। सारे share बिखने के लिए available नहीं होते, कुछ बिक चुके होते है, कुछ कंपनी के पास तो कुछ गवर्नमेंट के पास हो सकते है।
Market capitalization क्या है?
Market capitalization, Stock exchange में मौजूद सभी companies के शेयर के पैसो के बराबर होता है।
किसी भी company की market capitalization उसके share और share के पैसो पर निर्भर करती है।
Index कैसे बनता है?
Index को जानने के लिए हम मान लेते है की Market में बस एक ही शेयर है। तो sensex की बेस value हम ने 100 पर मान ली और stock का price आज 400 चल रहा है, कल स्टॉक के पैसे 520 हो गए, मतलब 30% increase हो गए। तो Sensex का index 100 से 130 हो गया। अगले दिन शेयर 260 से 416 पर चला गया, मतलब की 20% नीचे आ गया। तो Sensex भी 130 से 20% नीचे यानी 104 पर आ जाएगा।
इसी logic को हम 2 शेयर में लगाते है।
मान लेते है की share A 100 पर है और Share B 75 पर है। जैसे हम ने बताये की Sensex market capitalization पर चलता है। तो हम इन दोनों companies की market capitalization निकालेंगे।
हम मान लेते है की company A के 10000 share बिकने के लिए market में मौजूद है और Company B के 20000 शेयर मौजूद है।
तो total market capitalization होगा – 100 * 10000 + 75 * 20000 = 25 लाख।
मान लिए अगले दिन company A का share 130 का हो गया, मतलब 30% की growth हुई। व्ही company B का share 675 हो गया मतलब की 10% पैसे कम हो गए। तो आज का market capitalization होगा।
130 * 10000 + 675 * 20000 = 26 लाख 50 हज़ार ।
मतलब market में आए बदलाव से Market capitalization 25 लाख से 26 लाख 50 हज़ार हो गया, मतलब की 5 point 3 की बढ़ोतरी हो गई।
तो Sensex भी 100 से 105 point 3 हो जाएगा।
आप अगर आपको Sensex की अलसी value निकालनी है तो, BSE की top 30 companies की market capitalization में आ रहे बदलावों से सेंसेक्स निकाले।
ये sensex हर minute इन 30 कंपनियों के Marketing capitalization के देख कर बनाया जाता है।
BSE की वो top 30 companies कौन है।
जैसा की आप समझ गए की, sensex निकालने के लिए, जितने stock बिकने के लिए मौजूद है, उन सब की गिनती और उन के पैसो को देखा जाता है।
Sensex हर मिनट बदलता है, ऐसे में 6000 companies के share की हर minute वैल्यू निकलना लगबग नामुमकिन है, तो जैसा हम ने बताया की बस top 30 अलग अलग फील्ड की कंपनियों के शेयर को ही calculate किया जाता है।
वो 30 कम्पनिया है।
Companies names | Field |
---|---|
1. Asian Paints Ltd. | Paints |
2. Tata Motors Ltd. | Automobiles-Trucks/Lcv |
3. NTPC Ltd. | Power Generation/Distribution |
4. Axis Bank Ltd. | Bank – Private |
5. Coal India Ltd. | Mining & Minerals |
6. Mahindra & Mahindra Ltd. | Automobiles – Passenger Cars |
7. Bajaj Finance Ltd. | Finance – NBFC |
8. Bharti Airtel Ltd. | Telecommunication – Service Provider |
9. Tata Steel Ltd. | Steel & Iron Products |
10. Kotak Mahindra Bank Ltd. | Bank – Private |
11. Yes Bank Ltd. | Bank – Private |
12. State Bank Of India | Bank – Public |
13. Vedanta Ltd. Metal | Non Ferrous |
14. Maruti Suzuki India Ltd. | Automobiles – Passenger Cars |
15. Bajaj Auto Ltd. | Automobile Two & Three Wheelers |
16. Larsen & Toubro Ltd. | Engineering – Construction |
17. Tata Motors – DVR Ordinary Automobiles | Trucks/Lcv |
18. Sun Pharmaceutical Industries Ltd. | Pharmaceuticals & Drugs |
19. Housing Development Finance Corporation Ltd. | Finance – Housing |
20. Tata Consultancy Services Ltd. | IT – Software |
21. Power Grid Corporation Of India Ltd. | Power Generation/Distribution |
22. HDFC Bank Ltd. | Bank – Private |
23. ITC Ltd. | Cigarettes/Tobacco |
24. Reliance Industries Ltd. | Refineries |
25. Oil & Natural Gas Corporation Ltd. | Oil Exploration |
26. HCL Technologies Ltd. | IT – Software |
27. Hero MotoCorp Ltd. | Automobile Two & Three Wheelers |
28. Hindustan Unilever Ltd. | Household & Personal Products |
29. Infosys Ltd. | IT – Software |
30. IndusInd Bank Ltd. | Bank – Private |
Sensex के फायदे क्या है?
Sensex हमारे और हमारे देश की economy दोनों के फायदेमंद है।
अगर Sensex ऊपर जाता है, तो हम समझ जाते है की BSE में listed companies के शेयर के पैसे बढ़ रहे है।
व्ही अगर ये नीचे जाता है तो हमे पता चलता है, की आज इन companies के लिए अच्छा दिन नहीं है।
Sensex का economy पर फर्क हम से बताया की Sensex एक indicator की तरह है। sensex नीचे जा रहा है, मतलब की India की economy में जो बड़ी companies है उनकी हालत अच्छी नहीं है।
व्ही अगर Sensex ऊपर जाए तो इस India की अच्छी economy का अंदाजा होता है, और India के बाहर से भी Investors indian companies में invest करते है जिस से देश की economy मज़बूत होती है।
Sensex और निफ़्टी में क्या फर्क है?
Nifty 2 शब्दों से मिल कर बना है, National और फिफ्टी।
जैसे sSensex में हम 30 कंपनियों को देख अंदाज़ा लगाते है, वैसे ही Nifty में 50 कंपनियों को देखा जाता है।
निफ़्टी का इस्तेमाल NSE (National stock exchange) के stocks की strength या वैल्यू दिखने को होता है।
ये बिलकुल Sensex ही तरह है, बस Sensex BSE के शेयर और Nifty NSE के शेयर दर्शाने के लिए इस्तेमाल होता है।
फिर भी Sensex और Nifty में कुछ फर्क है जैसे की :-
नाम का मतलब?
SENSEX – Sensex बना है Sensitive Index से। इसे S&P BSE Sensex भी बोलते है।
NIFTY – Nifty बना है National Fifty से। इसे S&P CNX Nifty भी बोलते है।
कहाँ इस्तेमाल होता है?
SENSEX – Sensex का इस्तेमाल Bombay Stock Exchange (BSE) में होता है।
NIFTY – Nifty का इस्तेमाल National Stock Exchange of India (NSE) में होता है।
शुरुआत
SENSEX – Sensex की शुरुआत 1986 में हुई थी।
Nifty – Nifty की शुरुआत 1996 में हुई थी।
कितनी companies के लिए है?
SENSEX – Sensex 30 कंपनियों के Shares को लेकर बनाया जाता है।
NIFTY – Nifty में 50 कंपनियों के shares को लिया जाता है।
जगह
Sensex – Sensex का इस्तेमाल BSE में होता है, जो की दलाल street मुंबई में है।
NIFTY – Nifty का इस्तेमाल NSE में होता है, जो Bandra Kurla Complex, Mumbai में है।
कितने sector cover होते है?
Sensex – Sensex बनाने के लिए 13 अलग अलग sector से कंपनियों को लिए जाता है।
NIFTY – Nifty के लिए 24 अलग अलग sector से कम्पनीज को लिए जाता है।
Sensex post पर हमारी राय
Sensex हमे एक नज़र में बता देता है की market की हालत कैसी चल रही है, ऐसे में हमे Sensex की जानकारी होनी चाहिए।
कभी कभी news या किसी झूटी खबर से लोग share बेचना या खरीदना शुरू कर देते है, ऐसे में Sensex आपको बताएगा ही market की क्या condition चल रही है।
अगर आपको share मार्किट में Invest करना है, तो आपको कुछ और terms की जानकारी अच्छे से होनी चाहिए। जैसे की
- Face Value
- IPO
- IOC
- Day order
- Market order
- Limited order
- Dividend
- Equity stock
- Broker
- Day trading
- BSE
- NSE
- Portfolio
- Assets
- Lien amount
- Blue chip stock
- Bonds
- Close price
- Market capitalization
- NIFT
- SENSEX
आज इस पोस्ट में आपने Sensex और Nifty के बारे में जान लिए, बाकी और terms भी हम ने दूसरी पोस्ट में बताई है।