क्या आप जानते है network क्या है और network कितने type के होते है. हमेशा से ही लोग आपस में बाते करते रहे है, जो भी बाते को सीखते या जानते है उसे दुसरो तक पहुंचाते है. यही वजह है की आज हम technology में इतने आगे आ पाए है.
एक आदमी ने telephone बनाया, उसने उसके बनाने का तरीका दुसरो को बताया, फिर दूसरे लोगो ने उसी तरीके से दूसरा telephone बनाया और धीरे धीरे पूरी दुनिया में Telephone का इस्तेमाल होने लगा. यही फ़ायदा होता है information का एक जगह से दूसरी जगह जाने का.
वो Information किसी भी रूप में हो सकती जैसे की Text , photo , videos या audios .
अब इस Information या data को पहले लोग एक दूसरे को बोल कर, या पेपर पर लिख के एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाते थे.
फिर abacus का इस्तेमाल jawab भेजने के लिए होने लगा, अब ये काम computer करते है,
तो चलिए जानते है की Network क्या है, और कैसे networking हमारे लिए फ़ायदेमं है.
Network क्या है [What is network in Hindi]
जब एक से अधिक computer आपस में connect होते है किसी medium के द्वारा और आपस में information को शेयर करते है तो उसे network बोलते है.
2 computer को आपस में connect होने के के लिए wire का इस्तेमाल कर सकते है जैसे की twisted pair cable, coaxial cable या fiber optics या फिर wireless connection में radio wave, Bluetooth, इंफ्रारेड या satellite कनेक्शन का इस्तेमाल कर सकते है.
Connect करने के कई तरीके हैं जिसमें अलग-अलग networks को classified किया जा सकता है, जैसे कि उनके size, capabilities और geographical distance जो वे cover करते हैं उसके basis पर।
सीधे कहें तो, एक network केवल दो या दो से अधिक computer systems का एक group है जो किसी तरह से एक साथ आपस में जुड़े हैं ताकि वे उनके बीच data share कर सकें।
अलग-अलग प्रकार के networks अलग-अलग services प्रदान करते हैं, और उन्हें ठीक से काम करने के लिए अलग-अलग चीज़ों की जरुरत होती है।
Network में जुड़े हर एक computer को node कहते है. आम तोर पर हम Data sharing के साथ Network में resource sharing भी करते है जैसे की printer, File Server या internet की.
Resource sharing का मतलब है, जब हम किसी एक resource या device को अलग अलग node या computer से इस्तेमाल करे तो उसे resource sharing बोलते है.
जैसे की आप किसी cyber cafe में जाते है वह 15 – 20 computer लगे होते है पर printer एक ही होता है, जब भी आपको print निकालना हो तो आप कोई भी computer से print करे पर print एक ही printer से आता है इसे resource sharing कहते है.
Network के फायदे
1. आसानी और तेज़ी के साथ communication करना
एक network के माध्यम से communicate करना बहुत easy है | लोग अन्य लोगों के group के साथ network का उपयोग करके सही तरीके से communicate कर सकते हैं। वे emails, instant messaging, telephony, video conferencing, chat rooms आदि के फायदों को enjoy कर सकते हैं।
2. किसी भी files या information को कहि भी भेज सकते है
यह networking computers के major advantages में से एक है। networking के कारण लोग information और data को ढूंढ सकते हैं और share कर सकते हैं। बड़े organizations के लिए यह बहुत beneficial है कि वे अपने data को एक organized तरीके से maintain रख सकते हैं और desired लोगों को access की सुविधा दे सकते हैं।
3. Sharing Hardware
Networking का एक अन्य important advantage hardware share करने की ability है। For example, एक printer एक network में users के बीच share किया जा सकता है ताकि company में प्रत्येक computer के लिए अलग-अलग printer की जरुरत न हो। इससे hardware purchasing की cost में काफी कमी आएगी|
4. Sharing Software
Users आसानी से network के अन्दर software share कर सकते हैं| Software का network able versions उस software के individually licensed version की तुलना में काफी बचत पर available हैं। इसलिए बड़ी companies अपने computer networking द्वारा software खरीदने की cost को कम कर सकती है।
5. Security
Network पर sensitive files और programs को password द्वारा protect किया जा सकता है| तब उन files को authorized users द्वारा ही access किया जा सकता है| Security से जुडी समस्याओं के बारे में चिंताएं होने पर यह networking का एक और important advantage है।
6. Speed
Network के अन्दर files sharing और transferring बहुत fast होती है, फिर भी यह network के प्रकार पर निर्भर करता है| Files की integrity बनाए रखने के दौरान यह समय की बचत करेगा|
Types of network in Hindi [ Network के प्रकार ]
वैसे तो Network के अलग अलग types है, जिन्हे हम उनके size, area और एक Network में कितने computer connect हो सकते है के आधार पर divide करते है. Network किसी एक कमरे से लेकर पूरी दुनिया तक पहला हो सकता है.
Computer Network को normally 3 टाइप में बाटा जाता है जो है LAN, MAN और WAN. इनके अलावा भी कुछ Network और है जैसे की PAN और CAN.
Local Area Network (LAN क्या है )
LAN सबसे simple Network में से एक है. LAN नेटवर्क का इस्तेमाल आपको सब जगह मिल जाएगा जैसे ऑफिस, घर business organization , college या स्कूलों में इस का इस्तेमाल printing करने या resources का शेयर करने के लिए होता है.
एक LAN network 2 computer के बीच भी बन सकता है, वैसे LAN में 50 computer तक जुड़ सकते है. ज़्यादातर LAN network wire से कनेक्ट होते है, पर आज कल LAN Wireless भी connect हो रहे है.
LAN का ऑफिस या college में resource sharing के लिए इस्तेमाल होता है, मतलब की एक main printer होता है जिस से सारे कंप्यूटर connect होते है. जब भी किसी का कुछ प्रिंट करना है तो वो किसी भी कंप्यूटर से एक ही printer करते है.
इसका इस्तेमाल document sharing के लिए भी किया जाता है, आपका सारा data कसी एक computer में store रहता है और बाकी सब लोग अपने अपने computer से वो data ले सकते है.
LAN के खासियत
- ये NETWORK आसानी से बन जाता है
- इस में DATA ट्रांस्फेरकरने की SPEED तेज़ होती है.
- इस का इस्तेमाल घर, COLLEGE या OFFICE में होता है.
- इसकी AREA COVER करने की दूरी सीमित होती है.
Metropolitan Area Network [ MAN क्या है ]
यह एक ऐसा network है जो LAN से बड़ा होता है लेकिन WAN से छोटा होता है, और इसमें दोनों के elements शामिल हैं।
यह आम तौर पर एक town या city में फैला हुआ है. ये COLLEGE ,SCHOOL या OFFICES को आपस में CONNECT करने के लिए इस्तेमाल होता है.
MAN LAN से ज़्यादा DISTANCE कवर करता है. इसका दायरा 10 – 100 KM के बेच होता है. काफी सारे LAN को मिला कर MAN बन सकता है.
बड़ी BUSINESS ORGANISATION MAN का इस्तेमाल करती है , अपनी बाकी BRANCHES से CONNECT करने के लिए.
MAN के खासियत
- ये पूरी CITY को CONNECT कर सकता है
- इसको बनाने में LAN से ज़्यादा खर्चा आता है
- DATA TRANSFER की SPEED MEDIUM होती है.
Wide Area Network (WAN क्या hai)
WAN networks एक large physical distance पर computers को एक साथ connect करते हैं, यह दूर से ही एक बड़े network से connect करता है और उन्हें बहुत दूर होने पर भी communicate करने की सुविधा देता है।
Internet एक WAN है, और दुनिया भर के सभी computers को एक साथ connect करता है।
WAN 2 तरह के होते है, 1.GLOBAL WAN 2. ENTERPRISE WAN.
WAN से CONNECT होने वाले नेटवर्क ज़्यादातर public नेटवर्क का इस्तेमाल करते है जैसे telephone line, leased line या satellite.
बहुत सारे wide area NETWORK area NETWORK है जैसे की banking NETWORK, railway reservation नेटवर्क, military नेटवर्क और airline reservation NETWORK.
WAN की खासियत
- ये सब से ज़्यादा area cover करता है दो देशो के बीच भी इस से CONNECT हो सकते है.
- इस नेटवर्क का create करना और बना कर रखना मुश्किल काम है
- DATA send करने के speed तेज़ होतीं है
Other Types of Network
ऐसे अन्य प्रकार के network भी हैं जो आपको देखने को मिल सकते हैं। इनमें से कुछ अलग प्रकार के हैं, लेकिन ज्यादातर केवल LAN और WAN networks से developed किये गये हैं जिससे कि अलग-अलग user की जरूरतों के लिए थोड़ा difference हो और जो कि उनके हिसाब से हो। इसमें शामिल है:
Personal Area Network (PAN क्या है)
इस Network को PAN भी बोला जाता है. ये छोटा सा Network होता है जो की एक घर में या बस एक building के अंदर कुछ computer को आपसे में जोड़ता है. इसके साथ ही इसमें Telephone , Video गेम या कुछ device जुड़ सकते है.
Campus Area Network
यह एक network है जो एक LAN से बड़ा है, लेकिन MAN से छोटा है। यह एक university, large school या small business जैसे areas में ही ज्यादा उपयोग किया जाता है। यह आमतौर पर ऐसी buildings के group फैली हुई होती है जो एक दूसरे के लिए उचित रूप से locate रहती हैं।
इसमें एक internal Ethernet और साथ ही internet से connect होने की capability भी हो सकती है।
Wireless Local Area Network
यह एक LAN है जो Wi-Fi जैसे wireless network technology का उपयोग करके काम करता है| इस प्रकार का network अधिक popular हो रहा है क्योंकि wireless technology को बहुत ज्यादा विकसित किया जा चुका है और इसका उपयोग घर में और small businesses द्वारा किया जाता है।
इसका मतलब है कि devices को physical cables और wires पर ज्यादा टिके रहने की ज़रूरत नहीं है और वे अपने स्थान को अधिक effective तरीके से organize कर सकते हैं।
System Area Network
यह network computers को एक खास तरह के high-speed connection पर जोड़ता है, इस configuration को cluster के रूप में जाना जाता है।
इसका मतलब ऐसे computers से है जो एक साथ connected हैं ताकि एक ही system के रूप में काम किया जा सके, और result के रूप में एक बहुत high speed computers और नयी low cost microprocessors का निर्माण किया जा सके।
इन्हें आमतौर पर performance improve करने और cost effectiveness के लिए उपयोग किया जाता है।
Storage Area Network
यह network servers को सीधे उन devices से connect करता है, जो ऐसा करने के लिए किसी LAN या WAN network पर निर्भर किए बिना data store करते हैं।
इसमें एक अन्य प्रकार का connection शामिल हो सकता है जो Fiber Channel के रूप में जाना जाता है| जो कि Ethernet जैसा एक system है जो professional networks के कई applications के लिए high-performance disk storage को संभालता है।
अच्छे Network के features (Network Criteria )
Performance
किसी Network की performance चेक करने के बहुत से तरीके है, इनसे से सबसे ऊपर आते है Transmit time और response time.
Transmit time –
Message को एक device से दूसरी device तक पहुंचने में जितना टाइम लगता है उसे transmit time बोलते है.
Response time –
जो भी request की गई है, उसका जवाब देने में लगने वाले time को Response टाइम कहते है. जब भी आप google पर कुछ search करते है तो google को जवाब देने से पहले लगने वाला time , Google का Response टाइम है.
ये दोनों जितने काम हो नेटवर्क उतना अच्छा माना जाता है.
दूसरे performance factor जो Network में देखे जाते है वो है :
Transmission medium
Network connectivity के लिए कौन सा medium इस्तेमाल कर रहा है जैसे की Copper cable , Wireless या Fiber optics.
इस में से किसी एक को आप best medium नहीं बोल सकते. हर system की अलग requirement होती है और transmission medium भी उसी के अनुसार होता है.
Software और hardware कौन सा इस्तेमाल कर रहा है
Network जो software या hardware इस्तेमाल कर रहा है वो latest है या पुराना.
Throughout
Throughout जितना ज़्यादा हो उतना अच्छा होता है
Delay
Delay का मतलब है की data packet को एक node से दूसरे node पर जाने में कितना टाइम लगा. Delay जितना कम हो उतना बेहतर है.
Security
Network में security होना बहुत ज़रूरी है, security से ही हम अपना data unauthorized access से या data damage होने से बचा सकते है.
Data lost को बचाने के लिए policies को implement करना security का ही काम है.
अगर हमारा Data नेटवर्क से चोरी हो जाए, तो वो अच्छा Network नहीं है.
Reliability
Network में reliability का मतलब है Network पर भरोसा होना. जब तक हम नेटवर्क पर भरोसा नहीं करेंगे तब तक उस पर Data send करना अच्छा नहीं है. Data को accurately भेजना ही reliability में आता है.
जब आप डाटा भेजते है, और वो बिना link failure के पहुंच जाता है या फिर fail होने पर वापस से recover हो जाता है तो वही reliability का signal है.
Different Networking Devices
एक computer network में अलग-अलग networking devices अलग-अलग role play करते हैं। ये network devices अलग-अलग computer network के अलग-अलग segments पर काम करते हैं जो अलग-अलग तरीके से काम करते हैं।
Network Hub:
Network Hub एक networking device है जिसका इस्तेमाल multiple network hosts को connect करने के लिए किया जाता है। एक network hub का उपयोग data transfer करने के लिए भी किया जाता है। computer network पर data packets के रूप में transfer होता है।
Network Switch:
एक hub की तरह, एक switch भी LAN (Local Area Network) की layer पर काम करता है लेकिन आप कह सकते हैं कि एक switch एक hub से अधिक intelligent है| एक switch ‘filter और forwarding’ करता है जो data packets से dealing का एक अधिक intelligent तरीका है जबकि, hub data forwarding का काम करता है|
Modem
आप अपने घर में wire के माध्यम से एक internet connection प्राप्त करते हैं। यह wire हमारे internet data को internet की दुनिया के बाहर carry करने के लिए उपयोग किया जाता है।
एक modem (Modulator-Demodulate) के रूप में होता है। इसका मतलब है कि यह एक computer के digital data और telephone line के analog signal के बीच के signal को modulate और demodulate करता है।
Network Router:
एक router एक network device है जो दूसरे network से traffic को rout करने के लिए काम करता है।
Bridge:
यदि एक router दो अलग-अलग प्रकार के networks को जोड़ता है, तो एक bridge एक ही network के एक part के रूप में दो sub-networks को जोड़ता है।
Repeater:
एक repeater एक electronic device है जो इसे मिलने वाले signal को amplify कर देता है। दूसरे शब्दों में, आप एक repeater को एक ऐसी device सोच सकते हैं जो एक signal receive करता है और इसे higher level या higher power पर re-transmit कर देता है ताकि signal लंबी दूरी को cover कर सके।
FAQ
1. नेटवर्किंग क्या है – What is networking in Hindi?
जब भी 2 या 2 से ज़्यादा डिवाइस आपस में connect होकर डाटा शेयर करती है तो वो networking कहलाती है.
2. नेटवर्क conjunction कब होता है?
जब भी कोई link या node अपनी capacity से ज़्यादा डाटा transfer करती है तो नेटवर्क conjunction हो जाते है.
नेटवर्क के है पोस्ट पर हमारी राय
Network की जानकारी होना बहुत ज़रूरी है क्युकी हम हर time network से घिरे हुए होते है. Student के syllabus में networking एक अलग ही topic होता है. आज हम TV देखे , phone पर बात करे या Internet चलाये सभी का network ही base होता है. Network के बिना न तो हम किसी से connect हो सकते है न ही कोई data कहि send या receive कर सकते है.
हमें लगता है की नेटवर्क के बारे में आप बहुत कुछ जान गए होंगे. की Network क्या है [What is Network in Hindi ] अगर आपको कोई भी सवाल है या कुछ सुझाव देकर इस पोस्ट को और बेहतर बनने में मदद कर सकते है, तो comment पर पूछे या बताए.