आज हर किसी व्यक्ति के पास बैंक में Saving account है। लेकिन बात अगर Current account की हो तो यह बहुत कम लोगों के पास होता है। दोनों के अपने अलग अलग फ़ायदे हैं। इसीलिए आज हम बात करने वाले हैं कि Saving account और Current account में क्या अंतर होता है (Current account and saving account difference in Hindi)। आख़िर में हम यह भी बताएंगे कि आपके लिए कौन ज़्यादा फायदेमंद है।
Saving Account क्या होता है?
Saving account को आम भाषा में बचत खाता कहते हैं। लगभग हर किसी का बैंक में saving account ज़रूर होता हैं। इसमें आप अपने बचत किये हुए पैसे कभी भी ज़मा कर सकते हैं और भविष्य में कभी भी निकाल सकते हैं। इसमें ज़मा किये हुए पैसे पर सालाना एक निश्चित दर पर ब्याज़ (interest) मिलता है एक आम नागरिक के लिए एक saving account बहुत फ़ायदेमंद होता है।
Current Account क्या होता है?
Current account को आम भाषा में चालू खाता कहते हैं। यह ख़ाता बड़े बड़े मनी ट्रांसेक्शन बिना रुकावट के करने के लिए होता है। इससे कभी भी पैसे का लेनदेन किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर कंपनी, संस्था, प्राइवेट फर्म या व्यापारियों के द्वारा बड़े पैमाने पर पैसों के लेनदेन के लिए किया जाता है। यह केवल बिज़नेस फ्रेंडली एकाउंट है। जिस पर किसी भी तरह का ब्याज़ नही मिलता।
Current account and Saving Account difference in Hindi
लेकिन जैसा कि हमने शुरुआत में कहा था कि दोनों के अपने अलग फ़ायदे है। इसीलिये हमें दोनों के बीच सभी ज़रूरी डिफरेंस जानने की ज़रूरत है। Current Account और saving account में different कुछ इस तरह से है। जैसे-
- Saving account आम नागरिकों के लिए है जबकि Current Account व्यापारियों और प्राइवेट आर्गेनाइजेशन के लिए होता है।
- Saving account में कुल जमा की गयी सालाना 3 से 5 प्रतिशत दर पर ब्याज मिलता है जबकि Current account में किसी भी तरह का ब्याज़ नही मिलता।
- कुछ बैंकों के Saving account में मिनिमम बैलेंस रखने की एक लिमिट होती है तो कुछ बैंकों में नहीं होती। जबकि current account में आपको एक मिनिमम बैलेंस रखना ज़रूरी होता है।
- Saving account में मनी ट्रांसेक्शन की एक लिमिट होती है। जबकि Current account में आप जितनी चाहे उतनी बड़ी रकम का ट्रांसेक्शन कर सकते हैं। आप current account में रोज़ाना जितना transaction करना चाहे कर सकते हैं लेकिन Saving account में आप नही कर सकते।
- Saving account से आप अधिकतम उतना ही बैलेंस निकाल सकते हैं जितना उस सेविंग अकॉउंट में डिपाजिट है। कोई भी बैंक सेविंग एकाउंट पर ओवरड्राफ्ट की सुविधा नही देता। जबकि current account में ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलती है। यानी आप एक current account से मौजूदा बैलेंस से ज्यादा बैलेंस भी निकाल सकते हैं। जिसकी लिमिट हर बैंक की अलग अलग होती है।
- Saving account में डिपाजिट बैलेंस पर ब्याज़ मिलता है। इसीलिये यह इनकम टैक्स के दायरे में आता है। जबकि Current account इनकम टैक्स के दायरे में नहीं आता।
- Saving account सैलरी बेस्ड एम्प्लॉई या फ़िर बचत करने वाले लोगों के लिये होता है। जबकि Current account बिज़नेस करने वाले, कम्पनियों या प्राइवेट फर्म के लिये खुलवाया जाता है।
आपके लिए कौन सा एकाउंट फायदेमंद है?
Saving account और Current account दोनों ही अलग अलग काम के लिए बने हैं। आप दोनों में से कोई भी खुलवा सकते हैं। लेकिन current account तभी खुलवाएं, जब आपका कोई बिज़नेस वर्क हो।
अगर आपका कोई बिज़नेस वर्क न हो तो आपके लिए सेविंग एकाउंट ही खुलवाना बेहतर रहेगा। क्योंकि इसमें मनिमिम बैलेंस का झंझट नही होगा। साथ ही साथ आपको इस पर ब्याज भी मिलेगा। भले ही सेविंग अकॉउंट में ओवरड्राफ्ट की सुविधा न हो।
लेकिन सेविंग एकाउंट खुलवाना आपके लिए बेस्ट है। क्योंकि current account में ओवरड्राफ्ट लेने के कारण आपको एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ सकता है। साथ ही साथ मिनिमम बैलेंस न कर पाने पर एकाउंट बैलेन्स निगेटिव में जा सकता है।