अक्सर लोगों के पास आपने अलग अलग तरह के ATM Card देखे होंगे। इनमे से कौन सा ATM card बेहतर है और आपको कौन सा ATM लेना चाहिये। ऐसे सवाल आपके मन में आते होंगे।
तो चलिये आज एटीएम कार्ड की जानकारी ली जाए जैसे की एटीएम कार्ड कितने दिन में आता है, एटीएम कार्ड बनाने का तरीका, एटीएम कार्ड बनाने के लिए क्या-क्या चाहिए, एटीएम कार्ड नंबर कैसे पता करे और नया एटीएम कार्ड कैसे चालू करें जैसे सवालो का जवाब इस पोस्ट में देंगे।
ATM Card की जानकारी
एटीएम कार्ड क्या है?
ATM card एक तरह का पेमेंट कार्ड होता है जो कि बैंकों द्वारा दिया जाता है। इसकी मदद से आप कभी भी अपने बैंक अकाउंट से पैसे निकाल सकते है।
एटीएम कार्ड का इस्तेमाल ATM मशीन में किया जाता है। ATM मशीन एक तरह की एलेक्ट्रोनिक कैश मशीन होती है जो की कॉम्युनिकेशन नेटवर्क का इस्तेमाल करते हुए यह अपने बैंक के सेंट्रल सर्वर से जुड़ी होती है ।
जब आप एटीएम कार्ड को ATM मशीन में डालते हैं तो यह आपके कार्ड को रीड करके आपके खाते को एक्सेस करता है और आपसे सिक्योर्ड PIN पूछता है। जिसे डालने के बाद आप अपने खाते का बैलेंस चेक और उससे पैसे निकाल सकते हैं।
इससे फायदा यह हुआ कि पैसे निकालने के लिए बैंक की लंबी कतारों खड़े रहना नहीं पड़ता। पैसे चोरी/गुम हो जाने का डर नहीं और कहीं भी ढेर सारा कैश लेकर घूमना नहीं पड़ता। इसमें नुकसान केवल उन्हीं लोगों का हो जाता है जो इसे ठीक से इस्तेमाल नहीं करते।
ATM का फुल फॉर्म क्या है?
ATM का फुल फॉर्म – Automated Teller Machine.
हिंदी में इसे ‘स्वचालित गणक मशीन’ कहते हैं।
यूरोप, अमेरिका और रूस आदि देशों में इस मशीन को कैश पॉइंट, ऑटोमेटिक बैंकिंग मशीन और बैंकोमट जैसे नामों से जाना जाता है।
ATM Card की बनावट कैसी होती है?
ATM कार्ड, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड भले ही इन तीनों के फ़ीचर्स अलग अलग हो, लेकिन इनकी बनावट और आकार एक जैसा ही होता है।
ATM card का डायमेंशन (8.56cm×5.39cm) होता है यानि यह 8.56 सेंटीमीटर चौड़ा और 5.39 सेंटीमीटर लम्बा होता है। इसके कोने rounded होते हैं जिसका radius लगभग 0.28 सेंटीमीटर का होता है।
एटीएम कार्ड प्लास्टिक की कई पतली परतों से बना होता है जिसका बीच का भाग Polyvinyl Chloride acetate (PVCA) का बना होता है।
एटीएम कार्ड पर बहुत सी चीज़े देखने को मिलती है। जैसे –
- बैंक का नाम
- इलेक्ट्रॉनिक चिप
- कार्ड होल्डर का नाम
- कार्ड नंबर
- कार्ड की Issued/expiry date
- पेमेंट नेटवर्क का Logo
- काले रंग की पट्टी (मैग्नेटिक स्ट्रिप)
- CVV
- होलोग्राम
- सिग्नेचर एरिया
एक से लेकर छः तक के डिटेल्स कार्ड के ऊपरी भाग पर होती है और सात से लेकर दस तक कि डिटेल्स कार्ड के पिछले हिस्से पर होती है।
यह डिटेल्स आपको लगभग सभी तरह के पेमेंट कार्ड पर देखने को मिलती है। विदेशों में ATM कार्ड नंबर 16 से 19 अंको का होता है जबकि भारतीय ATM कार्ड नंबर 16 अंको का होता है।
यहाँ पर CVV का मतलब Card Verification Value होता है जो आपके एटीएम कार्ड को एक्स्ट्रा सिक्योरिटी प्रोवाइड करता है। यह तीन से चार अंको का हो सकता है। ऑनलाइन खरीददारी के दौरान बैंकिंग पेमेंट सिस्टम इससे यह वेरीफाई करता है कि आपके पास फिजिकल ATM card है या नहीं।
एटीएम कार्ड के लिए आवेदन कैसे करे?
ATM कार्ड बनवाना बहुत आसान काम है। इसके लिए जहाँ आपका खाता खुला हुआ है वहाँ जाकर आप आसानी से ATM card बनवा सकते हैं।
ATM कार्ड के आवेदन का तरीका हम ने नीचे लिखा है, इस तरीके से आप अपना एटीएम कार्ड बनवा सकते है।
स्टेप-1. सबसे पहले आप अपने बैंक जायें और साथ में आधार कार्ड, पैन कार्ड और उसकी एक एक फोटो कॉपी, और दो फ़ोटो साथ में ले जायें।
स्टेप-2. बैंक में जाकर बैंक के कर्मचारी से ATM card के लिए एप्लीकेशन फॉर्म मांगे और डिटेल्स भरना शुरू कर दें।
स्टेप-3. इन डिटेल्स में आपको अपना नाम, पिता का नाम, घर का पता, मोबाइल नंबर, एकाउंट नंबर, ब्रांच का पता, IFSC code, आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर आदि भरना है और दी गयी जगह पर सिग्नेचर करके फ़ोटो चिपका देना है।
फॉर्म में केवल वही मोबाइल नंबर भरें जो आपके बैंक एकाउंट से लिंक है और मौजूदा समय मे एक्टिव है। क्योंकि इसी के ज़रिए आप अपने ATM card का PIN जेनेरेट कर पाएंगे।
यदि आपसे फॉर्म में Mastercard, Visa या RuPay कार्ड में से किसी एक पर टिक करना हो तो आप अपनी ज़रूरत के हिसाब से तीनों में से किसी भी प्रकार का ATM ले सकते हैं।
स्टेप-4. अब एप्लिकेशन फॉर्म के साथ आधार और पैन कार्ड की फ़ोटो कॉपी को अटैच करके बैंक के कंप्यूटर ओपरेटर को सबमिट कर दें।
स्टेप-5. फॉर्म सबमिट करने के 15 दिन में पोस्ट के ज़रिए आपका ATM card आपके घर के एड्रेस पर भेज दिया जाएगा।
Note: – पहले ATM card के साथ आपको पहले से ही जनरेट किया हुआ PIN दिया जाता था लेकिन अब प्राइवेसी के कारण यह सुविधा कई बैंकों ने बंद कर दी है।
अगर बैंक आपको PIN प्रोवाइड नही करता है तो आपको ख़ुद ही ATM PIN जनरेट करना होगा। इसके लिए आपको ATM कार्ड के साथ मैन्युअल भी दिया जाएगा जिसमे इसका तरीका लिखा रहता है।
एटीएम कार्ड कितने दिन में आता है?
बैंक दो तरह के Atm कार्ड देते है जिसमे एक तुरंत मिल जाता है और दूसरे को आने में कुछ दिन लग जाते है।
- Instant Atm card – Instant Atm card सब बैंक नहीं देते। इस कार्ड पर आपका नाम नहीं लिखा होता। बस आपको ATM card फॉर्म भर कर देना है और बैंक अधिकारी थोड़ी देर में ही आपको एटीएम कार्ड दे देगा।
- Personalized Atm card – Personalized Atm card की सुविधा सब बैंकों के पास होती है। इस कार्ड में सामने की तरफ आपका नाम लिखा होता है लेकिन इस कार्ड को आने में कुछ दिन लगते है।
सब बैंक को एटीएम कार्ड भेजने में अलग अलग वक़्त लगता है कुछ बैंक 7 – 8 दिन में तो कोई 15 दिन के अंदर Atm कार्ड को आपके घर भेज देते है।
SBI बैंक 7 – 8 दिन के अंदर कार्ड भेज देता है। जब SBI का कार्ड भेजने के लिए डिस्पैच किया जाता है तो आपको कुछ ऐसा मैसेज आपके फ़ोन नंबर पर मिलता है।
आपका SBI डेबिट कार्ड XXXX इस DD-MM-YY को dispatched कर दिया गया है जिसका speed post नंबर ये है – XXXXXXXX।
वेलकम letter पर लिखे pin generate करने के तरीके से अपना पिन generate कर ले।
अलग अलग बैंक को एटीएम भेजने में लगने वाला समय
बाकी बैंको के एटीएम कार्ड आने में लगने वाले वक़्त को हमने नीचे बताया है।
- SBI bank का एटीएम कार्ड 7 से 10 दिन में आ जाता है।
- Union bank का Atm card 10 से 15 दिन में आता है।
- Punjab National Bank का एटीएम कार्ड भी 10 से 15 दिन में आता है।
- Bank of India का एटीएम कार्ड 7 से 10 दिन में आता है
- Bank of Baroda atm card भी 7 से 10 में आता है
- Indian बैंक का ATM कार्ड 15 दिन के अंदर आ जाता है।
ATM कार्ड कहां तक पहुंचा, कैसे पता करें?
अगर आपके एटीएम कार्ड को आने में उम्मीद से ज़्यादा समय लग रहा है तो आप चेक करे की कार्ड अभी कहाँ पंहुचा है।
कार्ड की जानकारी लेने के लिए हम ने नीचे 3 तरीके बताए है।
Speed post के नंबर की मदद से
अपने जो मोबाइल नंबर एटीएम कार्ड बनाने वाले form में लिखा था उस पर आपको ATM card का speed post नंबर आया होगा।
इस speed post नंबर की मदद से आप अपने card की location चेक कर सकते है।
दिए हुए नंबर को India post वेबसाइट में Track and Trace की जगह पर लिखिए और आपके कार्ड की location और डिलीवरी का टाइम भी आ जाएगा।
फोन नंबर की मदद से
आपका जिस बैंक में अकाउंट है वह के कस्टमर केयर से बात करे।
Customer केयर वाले आपकी मदद ज़रूर करेंगे।
अलग अलग बैंक के customer केयर नंबर हम ने नीचे लिखे है।
बैंक नाम | बैंक नंबर |
---|---|
SBI Bank | 1800 425 3800 |
HDFC Bank | 0796 160 6161 |
BOI Bank | 1800 103 1906 |
Bank of Baroda | 1800 258 4455 |
अपनी होम ब्रांच से संपर्क करें
किसी भी समस्या के लिए अपने बैंक की ब्रांच से सम्पर्क करे। वो आपको सही सही जानकारी बता कर समस्या हल ज़रूर करेंगे।
एटीएम कार्ड के पहुंचने की जानकारी भी व्ही आपको ठीक से दे पाएगे।
एटीएम कार्ड नंबर कैसे पता करे?
अपना एटीएम कार्ड नंबर जानने के लिए अपने एटीएम कार्ड के ऊपर के हिस्से को देखिये।
16 अंको का जो नंबर सामने दिया होता है ये एटीएम कार्ड नंबर होता है।
इसमें शुरू के 6 नंबर बैंक identification नंबर और आखिरी के 10 नंबर कस्टमर के unique अकाउंट नंबर होते है। ये 16 नंबर मिल कर एटीएम कार्ड के नंबर बनते है।
नया एटीएम कार्ड कैसे चालू करें?
एटीएम कार्ड आने के बाद आपको सबसे पहले एटीएम कार्ड का PIN बनाना होगा।
एक बार PIN बन जाए, फिर आप अपने कार्ड के जैसे चाहे वैसे इस्तेमाल करे।F
नए ATM कार्ड पर PIN बनाने के लिए नीचे लिखा तरीका अपनाएं।
Step 1 – सबसे पहले ATM कार्ड को ATM मशीन में डाले।
Step 2 – सबसे पहले screen पर आपसे भाषा पूछी जाएगी, अपने हिसाब से भाषा चुने।
Step 3 – इसके बाद आपसे Pin डालने को बोला जाएगा। यह आपको PIN नहीं डालना।
Step 4 – अब आपको right वाले PIN Generate option पर क्लिक करना है।
Step 5 – अब बैंक account नंबर मांगा जाएगा, तो बैंक अकाउंट नंबर डाले।
Step 6 – अब मोबाइल नंबर पूछा जाएगा, जो नंबर बैंक अकाउंट से लिंक है, वो नंबर डाले।
Step 7 – फिर confirm पर click कर दे।
Step 8 – कुछ टाइम बाद आपके नंबर पर OTP आएगा। OTP डिजिट में न होकर alphabet में होगा। जैसे OTP है 1234 तो 1234 की जगह one two three four लिखा होगा।
Step 9 – अब आपको दोबारा से ATM card को एटीएम मशीन में डालना है।
Step 10 – भाषा चुननी है।
Step 11 – फिर आपसे पिन पूछा जाएगा, तो जो मोबाइल नंबर पर कोड आया है वो टाइप करे।
Step 12 – अब आपके सबसे काफी सारे ऑप्शन आ जाएंगे, इनमे से banking पर click करे।
Step 13 – फिर पिन change पर क्लिक करे।
Step 14 – अब आपसे New पिन, यानी जो न्य pin रखना है वो पूछा जाएगा तो नया PIN डाले।
Step 15 – दुबारा से new पिन डाल कर confirm करे।
अब आपका एटीएम कार्ड नए PIN के साथ इस्तेमाल करने के लिए तैयार है। अपनी PIN दुसरो से छुपा कर रखनी है।
ATM कार्ड से पैसे कैसे निकाले?
ATM कार्ड से पैसे निकालने के लिए आपको अपनी नजदीकी ATM मशीन पर जाना होगा। किसी भी बैंक की ATM मशीन से आप पैसे निकाल सकते है।
- पैसे निकालने के लिए सबसे पहले चिप वाली साइड से कार्ड को ATM मशीन में डाले।
- फिर अपनी भाषा चुने।
- Banking के option पर क्लिक करे।
- Withdraw cash पर click करे।
- Saving account या current अकाउंट, अपने हिसाब से चुने।
- जितना amount निकालना है, वो लिखे।
- Card का PIN डाले
- कार्ड ATM मशीन से निकाल ले और फिर पैसे भी बाहर ले ले।
ATM कार्ड से शॉपिंग कैसे करे?
ATM कार्ड का इस्तेमाल ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह की शॉपिंग में कर सकते है।
ATM कार्ड से shopping करना काफी सुरक्षित और तेज़ होता है।
Offline shopping
Offline shopping में आप किसी भी दुकान से कुछ सामान खरीदने के बाद cash की जगह ATM card से payment करते हो।
इसके लिए दुकानदार के पास swipe मशीन होनी ज़रूरी है।
- आपको swipe मशीन में card swipe करना है और Card का PIN डालना है।
PIN डालने से पहले amount ज़रूर check कर ले। - PIN डालने के बाद payment हो जाएगी और payment स्लिप को लेकर एक बार cross check करे की सब ठीक है या नहीं।
- Payment के बाद कार्ड वापस लेना न भूले।
Online shopping
ऑनलाइन shopping जैसे की Amazon या Flipkart से कुछ खरीद कर आप direct अपने एटीएम कार्ड से पेमेंट कर सकते है।
- इसके लिए Online shopping मैं payment के option में pay with card को चुने।
- फिर अपने ATM card की जानकारी जैसे की ATM card नंबर, expiry डेट , name on card और CVV डाले।
- इसके बाद आपके registered मोबाइल नंबर पर OTP आएगा।
- OTP डालते ही आपकी payment हो जाएगी।
Master, Visa और RuPay कार्ड में क्या है?
हमें जो बैंक से ATM card मिलता है ATM-cum-debit card होता है। यूं कहें तो यह ATM कार्ड का सुधरा हुआ रूप है।
एटीएम कार्ड दो तरह का होता है।
- डेबिट कार्ड।
- क्रेडिट कार्ड।
यह दोनों तरह के कार्ड विशेष प्रकार के पेमेंट गेटवे/नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। जो इनके मनी ट्रांसेक्शन की स्पीड, ट्रांसेक्शन की लिमिट, इनके इस्तेमाल को बेहतर बनाता है। इनके फ़ीचर्स भी अलग अलग हैं।
- डेबिट कार्ड में हम अपने सेविंग अकाउंट में जमा पैसे से लेन देन करते है।
- Credit कार्ड से हम बैंक से पैसे उधार लेकर खर्च करते है और फिर कुछ टाइम में वापस करते है।
भारत में ATM पेमेंट नेटवर्क के लिए तीन तरह के पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल किया जाता है जिसमे RuPay, MasterCard, और Visa शामिल है।
- Visa और MasterCard में कोई ख़ास अंतर नहीं है इन दोनों गेटवे पर काम करने वाले कार्ड एक जैसे ही होते हैं और इनके कार्य भी एक जैसे होते है। यह दोनों विदेशी पेमेंट गेटवे है। जबकि RuPay भारतीय पेमेंट गेटवे है और इसका इस्तेमाल केवल भारत मे ही किया जा सकता है।
- Visa / MasterCard की ट्रांसेक्शन फीस, ऑपरेटिंग फ़ीस ज्यादा लगती है जबकि RuPay में यह बहुत ज्यादा कम लगती है।
- Visa / MasterCard के एटीएम कार्ड का इस्तेमाल करते हैं तो डेटा प्रोसेसिंग और वेरिफिकेशन के लिए यह इनके विदेशी सर्वर का इस्तेमाल करता है जिससे इसकी ट्रांसेक्शन स्पीड धीमी हो जाती है। जबकि RuPay में ट्रांसेक्शन स्पीड बहुत फ़ास्ट होती है क्योंकि इसके सर्वर का इस्तेमाल केवल अपने देश मे होता है।
- Visa / MasterCard का उपयोग नेशनल और इंटरनेशनल मनी ट्रांसेक्शन के लिए किया जाता है जबकि RuPay केवल घरेलू ट्रांसेक्शन में किया जाता है।
- Rupay में आपको एक से दो लाख का एक्सीडेंटल डैमेज, डेथ इंश्योरेंस देता है जबकि Visa या MasterCard ऐसी सुविधा नहीं देते हैं।
तो अब आप इस जानकारी को ध्यान में रख कर अपने मनपसन्द ATM कार्ड का चुनाव कर सकते हैं। अगर इनमें फिर भी कोई बात न समझ आये तो कॉमेंट में ज़रूर पूछे।
एटीएम कार्ड के उपयोग
बैंको ने हमारे पैसो के लेन देन को बहुत आसान और सुरक्षित बना दिया है। बैंको के इतने सक्षम होने के पीछे बहुत बड़ा हाथ ATM कार्ड का रहा है। अगर एटीएम कार्ड न होते तो लोगो की बहुत ज़्यादा भीड़ हर वक़्त बैंको में लगी रहती। इसी के साथ एटीएम कार्ड के और भी बहुत सारे उपयोग है जैसे की :-
- बैंक अकाउंट से पैसो को निकालना
- Deposit मशीन से बैंक अकाउंट में पैसे जमा करना
- मोबाइल या दूसरे बिल का ऑनलाइन जमा करना
- ATM मशीन की मदद से दूसरों को पैसे भेजना
- रेलवे और दूसरे टिकट बुक करना
- ऑनलाइन शॉपिंग करना
- International ट्रांजैक्शन करना
ATM कार्ड के नुकसान
जैसे हर technology के फायदे के साथ कुछ नुकसान भी होते है ऐसे ही ATM कार्ड के भी कुछ नुकसान है।
पर ये नुकसान बस उन लोगों के लिए है जो इस कार्ड को सही से इस्तेमाल नहीं कर पाते।
ATM कार्ड के सबसे बड़े नुक़्सानो में से एक fraud कॉल में फसने का है।
ATM कार्ड ऑनलाइन payment की सुविधा देता है जो बहुत काम आती है।
पर जिन लोगो को ज़्यादा जानकारी नहीं है वो fraud कॉल आने पर उसे बैंक की कॉल समझ लेते है।
फिर अपने कार्ड की जानकारी के साथ साथ OTP भी बता देते है और धोका खा बैठते है।
कभी कभी घर के बच्चे ही ATM कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग कर लेते है और माँ बाप को बाद में पता चलता है।
ऐसे में ATM कार्ड का ठीक से इस्तेमाल करने के लिए सतर्क रहने की ज़रूरत है।
ATM का इतिहास और इसका आने वाला कल
- 1960 तक काफी अलग अलग जगहों पर काम चल रहा था। कोशिश थी कुछ ऐसा बनाने की जिस से बैंक बंद होने के बाद भी बैंक अकाउंट से पैसे निकाले जा सके।
- 1960 में अमेरिकन inventor Luther George Simjian ने बैंकों ग्राफ नाम की मशीन बनाई जिससे पैसे और cheque जमा किये जा सकते थे।
- सबसे पहले ATM 1967 में London में लगा जो Barclays bank का था। उसको ब्रिटिश inventor Shepherd-Barron ने बनाया था। इस ATM मशीन से एक बार में 10 British pound निकाल सकते थे।
- America में सबसे पहला ATM सितम्बर 1969 में लगा था, ये Chemical Bank का था और Newyork में स्थापित हुआ था। उसको अमेरिकी इंजीनियर Onald Wetzel ने बनाया था। इसकी शुरुआत में स्लोगन था ” की 2 सितम्बर में बैंक 9 बजे खुलेगा और फिर कभी बंद नहीं होगा”।
- 1970 में ब्रिटिश इंजीनियर ने ATM में PIN की शुरुआत की। जिस से इस technology में क्रांति आ गई।
- 1984 तक दुनिया में 1 लाख से ज़्यादा ATM मशीन लग चुकी थी।
- 1987 में India में सबसे पहले एटीएम HSBC बैंक ने मुंबई में लगाया था।
- 1999 तक लगभग 1500 ATMs पूरे India में लग गए थे।
- August 2003 में IDRBT ने announce किया की वो National Financial Switch (NFS) बनाएगी, जिस से पुरे India के ATMs को एक साथ जोड़ा जा सके।
- 2017 तक NFS के ज़रिये 2,36,199 ATMs को आपस में जोड़ा जा चुका है।
- 2021 तक पूरी दुनिया में 40 लाख ATM लग जाने का अनुमान है।
- जैसे जैसे UPI और ऑनलाइन payment का चलन ज़्यादा हो रहा वैसे वैसे लोगो को ATM मशीन पर कम जाना हो रहा है। बिना cash के भी चाय की दुकान से लेकर Train की ticket तक का ऑनलाइन पेमेंट हो सकती है।
पर cash हमारी ज़िन्दगी का बहुत अहम हिस्सा है, इसकी ज़रूरत कितनी भी कम हो जाए, पर cash पास रखने का अलग ही मज़ा है।
बाकि cash की कितनी ज़रूरत रहती है ये लोगो की आदत के ऊपर है। नोटेबंदी से cash रखने की आदत में बड़ा बदलाव आया है आगे देखते है क्या होता है।
ATM Card रखने वालो के लिए कुछ सुझाव
ATM card दिखने बस कार्ड सा लगता है, पर असलियत में ये बैंक में जमा सारे पैसे है।
जैसे पैसे रखने में लापरवाही करने से कोई भी पैसे ले जाएगा, ऐसे ही एटीएम कार्ड को लापरवाही से रखने से बैंक के सारे पैसे चले जाएगे।
- कभी भी अपना ATM कार्ड किसी को न दे।
- अपने कार्ड की फोटो ना खींचे और न ही ऑनलाइन कहि पोस्ट करे।
- अपना पिन किसी को न बताए।
- ATM Card पर PIN न लिखे।
- अपना registered फ़ोन किसी को न दे।
- न ही किसी को अपना OTP बताएं
- Unknown application को फ़ोन में installed न करे।
- किसी Unknown website पर अपने card की details न डाले।
- ATM machine से हमेशा याद से card निकाल ले।
- कभी भी card खो जाने पर, फौरन customer केयर को कॉल कर, कार्ड को block करा दे।
- कॉल पर कभी भी अपने ATM card, OTP या कोई और bank account की जानकारी न दे।
- बैंक के अधिकारी कभी भी फ़ोन पर ऐसी details नहीं मांगते, तो किसी की बातो में न आए।